रायपुर। नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट और फर्जी बिल के जरिए करोड़ों की टैक्स चोरी के मामले में केन्द्रीय जीएसटी और केंद्रीय उत्पाद शुल्क, रायपुर के अधिकारियों ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मैसर्स टोपिस्टो प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किसी भी प्रकार के माल या सेवाओं की आपूर्ति किए बिना बड़े पैमाने पर फर्जी बिल बनाने और नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट पारित करने में लिप्त पाया गया है। जांच में पता चला कि कंपनी के निदेशक मोहम्मद तबरेज अमदानी नसीम बानो अब्दुल रऊफ एवं कंपनी के सलाहकार/लेखाकार आशीष कुमार तिवारी मिलकर फर्जी फर्मों का समूह बनाने में शामिल हैं। इन फर्जी फर्मों के समूह के माध्यम से तबरेज और तिवारी ने 114.70 करोड़ रुपये का नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट बनाया। अब तक किसी भी प्रकार के माल और सेवाओं की आपूर्ति किए बिना 1.92 करोड़ रुपये का नकली क्रेडिट कई फ़र्मों को पारित कर चुके थे। अब बाकी बचे 112.78 करोड़ रुपये के फर्जी आईटीसी और पारित करने की योजना बना रहे थे, लेकिन सीजीएसटी रायपुर आयुक्तालय की त्वरित और समय पर की गई कार्रवाई के कारण वे ऐसा करने में विफल रहे।