रायपुर। (ASKCG) छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी पहल सुशासन तिहार 2025 का असर अब बस्तर संभाग के दूरस्थ इलाकों में साफ नजर आने लगा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व और छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण (क्रेडा) के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी व सीईओ राजेश सिंह राणा के निर्देशन में बस्तर के चार जिलों—बस्तर, कोण्डागांव, कांकेर और नारायणपुर—में सौर ऊर्जा से संबंधित शिकायतों का त्वरित निराकरण किया गया।
सुशासन तिहार के तहत आयोजित शिविरों में ग्रामीणों की शिकायतों और मांगों को प्राथमिकता से सुना गया और क्रेडा की तकनीकी टीमों द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए 42 में से 29 संयंत्रों को पुनः कार्यशील कर दिया गया। ये वे संयंत्र थे जो अभी भी पांच साल की वारंटी अवधि में थे। वहीं बाकी संयंत्रों की मरम्मत और पुनर्स्थापना का कार्य भी जारी है।
नारायणपुर के खड़कागांव (ब) में जयसिंह दुग्गा के आवेदन पर सौर पेयजल संयंत्र को दुरुस्त किया गया। इसी तरह बस्तर जिले के चित्रकोट में सुभ्रदा मानिकपुरी और दिलीप कश्यप के अनुरोध पर सौर ऊर्जा से संचालित पथ प्रकाश प्रणाली को पुनः चालू किया गया। कोण्डागांव जिले के चिखलपुटी गांव में हाईमास्ट सोलर संयंत्र और कांकेर के ग्राम कोकड़े में मानिक राम उईके के सौर सिंचाई पंप को भी चालू कर दिया गया।
क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी और सीईओ राजेश सिंह राणा ने पहले ही स्पष्ट निर्देश दिए थे कि क्रेडा केवल संयंत्र स्थापित करने वाली संस्था नहीं, बल्कि सेवा की निरंतरता और जनविश्वास की जिम्मेदारी भी वहन करती है। इसी सोच के तहत, सुशासन तिहार के दौरान प्रदेशभर में शिविरों का आयोजन कर ग्रामीणों से सीधा संवाद स्थापित किया गया और उनकी समस्याओं का समाधान किया गया।
बस्तर संभाग के अंदरूनी इलाकों में पेयजल, रात्रिकालीन प्रकाश और सिंचाई के लिए सोलर ड्यूल पंप, सोलर हाईमास्ट, सोलर स्ट्रीट लाइट और कृषि पंप जैसी योजनाएं ग्रामीणों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा कर रही हैं। इन योजनाओं की कार्यशीलता बनाए रखने के लिए क्रेडा की टीमों ने 11 सोलर पेयजल पंप, 2 कृषि पंप, 6 हाईमास्ट लाइट्स और 10 पावर प्लांट पुनः चालू किए हैं।
इस संबंध में सीईओ राजेश सिंह राणा ने बताया कि बस्तर, कोण्डागांव और नारायणपुर में प्राप्त समस्त शिकायतों का शत-प्रतिशत निराकरण कर लिया गया है, जबकि शेष संयंत्रों के सुधार का कार्य प्रगति पर है।
राज्य सरकार द्वारा जनहित में शुरू किए गए सुशासन तिहार 2025 की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए लगातार समीक्षा बैठकों और मैदानी निरीक्षण किए जा रहे हैं। इसी के परिणामस्वरूप क्रेडा से संबंधित शिकायतों का समाधान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप किया जा सका है। ग्रामीणों और हितग्राहियों ने इन प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शासन का आभार जताया है।
उल्लेखनीय है कि बस्तर विकास प्राधिकरण, केन्द्रीय सहायता एवं डीएमएफ मद अंतर्गत इन जिलों में विभिन्न योजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिनका कार्यान्वयन भी तीव्र गति से जारी है। नारायणपुर के बायोलॉजिकल गार्डन में सौर संयंत्रों की स्थापना के लिए भी स्वीकृति दी गई है और शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।