रायपुर। (ASKCG) क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सिंह राणा ने मंगलवार को बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा और बिलासपुर जिलों में जल जीवन मिशन, सौर सुजला योजना, सोलर पावर प्लांट और सोलर मेगावॉट परियोजनाओं के अंतर्गत स्थापित सौर संयंत्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई गड़बड़ियों और लापरवाहियों के मामले सामने आए, जिन पर श्री राणा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अधिकारियों को नोटिस जारी करने और दोषियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए।
बलौदाबाजार जिले के कहुवाडीह और दर्रा गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत लगाए गए सोलर पेयजल संयंत्रों में पाइपलाइन अधूरी पाई गई, जिससे केवल 15–20 घरों में ही पानी पहुंच पा रहा था। इस पर श्री राणा ने पीएचई विभाग से समन्वय कर पाइपलाइन कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
कसडोल ब्लॉक के बैंगन डबरी और हंसुआ गांवों में सौर सुजला योजना के अंतर्गत लगाए गए सौर पंप कार्यशील पाए गए, जहां हितग्राहियों ने संयंत्रों की कार्यप्रणाली की सराहना की। विशेष रूप से सौर समाधान ऐप के उपयोग की जानकारी मिलने पर श्री राणा ने इसके प्रचार-प्रसार को और बढ़ाने के निर्देश दिए।
वहीं, परियोजना स्टिकर न लगाने, अधूरी पाइपलाइन और क्षतिग्रस्त गेट्स जैसे मामलों में बलौदाबाजार के जिला प्रभारी और संविदा उपअभियंता करन सोनी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, क्षेत्रीय कलस्टर टेक्नीशियन आशाराम देवांगन को कार्य संतोषजनक न होने पर बर्खास्त करने की चेतावनी दी गई।
जांजगीर-चांपा जिले के मेहंदी, पामगढ़ और मूलमूला गांवों में भी जल जीवन मिशन के तहत स्थापित सोलर संयंत्रों का निरीक्षण किया गया। कुछ स्थानों पर संयंत्र कार्यशील थे लेकिन पाइपलाइन अधूरी होने से ग्रामीणों को पूरी सुविधा नहीं मिल पा रही थी। पामगढ़ के मेऊ गांव में 2.4 किलोवॉट का सोलर पावर प्लांट आयुष अस्पताल में सफलतापूर्वक कार्यरत पाया गया। अस्पताल की डॉक्टर नीति पटेल ने बताया कि संयंत्र से अस्पताल को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल रही है, जिससे इलाज में सहूलियत हो रही है।
बिलासपुर जिले में हिर्री खदान में स्थापित किए जा रहे 500 किलोवॉट ऑनग्रिड सोलर संयंत्र का निरीक्षण करते हुए श्री राणा ने 25 दिनों के भीतर गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। संयंत्र स्थापित कर रही एजेंसी ने बताया कि कार्य जुलाई तक पूर्ण कर लिया जाएगा। श्री राणा को विश्वविद्यालय परिसर में लगे 150 किलोवॉट संयंत्र की रियल टाइम जेनरेशन रिपोर्ट भी साझा की गई।
इन्द्रापुरी गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत लगाए गए संयंत्र की जल स्तर कम होने से कार्यक्षमता प्रभावित थी। ग्रामीणों की शिकायत पर श्री राणा ने तुरंत सुधारात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि परियोजना स्थल का नियमित निरीक्षण कर गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए कार्य समय-सीमा में पूरा किया जाए।
निरीक्षण के दौरान दो सोलर पंपों के गेट क्षतिग्रस्त पाए गए और पानी खुले में बह रहा था। इस पर सीईओ राणा ने नाराजगी जताते हुए जांजगीर-चांपा जिला प्रभारी को कारण बताओ नोटिस, विकासखंड प्रभारी दिनेश (संविदा उप अभियंता) को निलंबन की प्रक्रिया शुरू करने तथा क्लस्टर टेक्नीशियन रामशरण कश्यप को भी अनुबंध समाप्त करने की चेतावनी दी।
श्री राणा ने रायगढ़ व जांजगीर-चांपा के कार्यपालन अभियंताओं को शाम तक संयंत्र मरम्मत कर फोटोग्राफ्स मुख्यालय भेजने के निर्देश दिए।