रायपुर। गुरु घासीदास की 266वीं जयंती के पहले 16 दिसंबर को आमापारा प्लाजा से सात श्वेत ध्वजवाहक संतों की अगुवाई में परंपरानुसार शोभायात्रा निकलेगी। इसमें आकर्षक झांकियां, अखाड़ा दलों का शौर्य प्रदर्शन, पंथी नृत्य आदि आकर्षण का केंद्र होंगे। प्रवक्ता चेतन चंदेल ने बताया कि शोभायात्रा का यह 28वां वर्ष होगा।
जयंती पर्व पर तीन दिवसीय कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर रविवार को न्यू राजेंद्र नगर स्थित मिनीमाता स्मृति भवन में सतनामी समाज की बैठक हुई। यहां कार्यक्रम को अंतिम रूप देकर प्रमुखजनों को जिम्मेदारी बांटी गई है। तय कार्यक्रम के अनुसार 16 को शोभायात्रा, 17 को महिलाओं व बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम और 18 को जयंती पर्व के दिन जैतखाम में ध्वजारोहण, पंथी नृत्य, साहित्यिक संगोष्ठी, अलंकरण समारोह जैसे कई आयोजन होंगे।
बैठक में अध्यक्ष के पी खण्डे, डॉ. जे आर सोनी, एस के सोनवानी, डी एस पात्रे, सुंदरलाल लहरे, जी आर बाघमारे, सुंदरलाल जोगी, एच एल रात्रे, बंशीलाल कुर्रे, प्रकाश बांधे, पं. अंजोर दास बंजारे, अरुण मंडल, सी एल रात्रे, सुखनंदन बंजारे, कृपाराम चतुर्वेदी, पी के लहरे, लाला पुरेना, मनीष कोसरिया, घासीदास कोसले, आसाराम लहरे, बाबा डहरिया, संतोष महिंलाग, राजेश रात्रे, कमल कुर्रे, सुखदास बंजारे, अंजली बरमाल, संगीता बालकिशोर, रजनी खटकर ,अंजली मांडले, प्रेम बघेल, रवि शंकर बारले ,अनिल बंजारे, नरेंद्र कुर्रे, नरसिंह नवरंगे, इंद्रजीत बालकिशोर सहित अनेकों लोग उपस्थित थे।