रायपुर। बढ़ते कदम संस्था के अध्यक्ष राजकुमार कुमार मंगतानी, उपाध्यक्ष प्रेम-प्रकाश मध्यानी और मीडिया प्रभारी राजू झामनानी ने बताया कि दीपावली के पावन पर्व के अवसर पर संजीवनी वृ़द्धाश्रम के बुजुर्गों और रायपुर शहर के 260 बुजुर्गों को संस्था बढ़ते कदम के सेवादारी सदस्यों के साथ मां मंशा देवी हरिद्वार-ऋषिकेश की निःशुल्क तीर्थयात्रा सकुशल वापसी की।
इस सर्वसमाज के बुजूर्गों की तीर्थयात्रा में शामिल हुयें 90 और 92 वर्ष की दो बुजुर्ग महिलाओं ने लाठी के सहारे मंशा देवी मंदिर, हरकी पौड़ी, भारत माता मंदिर, वैष्णो देवी मंदिर और लक्ष्मण झूला इस प्रकार कुल 300 तीर्थयात्रियों के जत्थे की रेल्वे रिजर्वेशन, खानपान व रहने की व्यवस्था संस्था द्वारा की गई थी। हरिद्वार में पूज्य शदाणी दरबार आश्रम में रहने की व्यवस्था थी। साथ ही साथ उनकी आकस्मिक चिकित्सा के लिए डॉक्टरों का दल भी यात्रा के साथ उपस्थित थे।
यात्रा के संयोजक सुनील नारवानी, अमर लखवानी, किशोर पंजवानी और बंटी जुमनानी ने बताया कि यात्रियों को दलों में बांट कर प्रत्येक दल की जिम्मेदारी संस्था के कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है। साथ ही कार्यकर्ता यात्रा की अग्रिम सेवा में एक दिन पहले यात्रा शुरू किया था। वे वहां तीर्थयात्रियों के लिये रहने व खाने की व्यवस्था किया। कार्यकर्ता ट्रेन में बर्थ देने, भंडार गृह संभालने के साथ ही कार्यकर्ता आलराउंडर सेवा के लिए यात्रा में गये हुए थे।
तीर्थयात्रा की फोटोग्राफी, वीडियो शूटिंग करा कर उसकी सीडी बनाकर सभी तीर्थयात्रियों को एक स्मृति चिन्ह के साथ भेंट स्वरूप दी गई। यह यात्रा पूज्य साई युधिष्ठिर लाल के सानिध्य में 26 अक्टूबर को रायपुर स्टेशन रवानगी हुआ था और रविवार दोपहर 3 बजे रायपुर पहुंची। रायपुर स्टेशन में बुजूर्गों का भव्य स्वागत ढोल-नंगाड़ों के साथ, माला पहनाकर और पुष्प वर्षा के साथ की गई। इस कार्यक्रम में रायपुर शहर के बहुप्रतिष्टित लोग उपस्थित हुए।
संस्था के संयोजक इंद्रकुमार डोडवानी और पूर्व अध्यक्ष नंदलाल मुलवानी ने बताया कि बच्चों में संस्कार के भाव लाने के उद्देश्य से निर्धन वर्ग के बुजुर्गों के प्रति अपने दायित्व बोध को स्वीकार करते हुए उन्हे एकाकीपन से दूर रखने, धर्म-संस्कृति से जोड़ने के लिए तीर्थ यात्राओं का आयोजन करती है। जिसमें वृ़द्धाश्रम के बुजुर्गों के साथ ही साथ नगर के निर्धन वर्ग के 260 बुजुर्गों को संस्था तीर्थ यात्रा से वापस आ गई। संस्था का यह 12वां आयोजन मां मंशा देवी-ऋषिकेश तीर्थयात्रा संपन्न हुआ।