रायपुर। बढ़ते कदम संस्था के अध्यक्ष राजकुमार मंगतानी उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश मध्यानी और मीडिया प्रभारी राजू झामनानी ने बताया कि जिस प्रकार बदलते समाजिक परिवेश में नित नई समस्याएं सामने आती हैं, उसी प्रकार समस्याओं के समाधान भी आते हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक से न केवल पर्यावरण बल्कि गौमाता को भी कष्ट होता है।
इन समस्याओं से निपटने के लिए संस्था बढ़ते कदम द्वारा पुराने कपड़ों, चादरों, परदों आदि से थैले बनवा कर शास्त्री बाजार और मंगल बाजार सहित अनेक स्थानों में लगभग 1500 लोगों को निशुल्क वितरित किए गये।
रोटी कपड़ा दवादान एवं इस प्रोजेक्ट के प्रभारी बंटी जुमनानी ने बताया कि हमने एक तीर से 2 निशाने सुने थे
एक पंथ तीन काज भी सुना था…
लेकिन बढ़ते कदम की इस एक नई सेवा से 4 अच्छे कार्य हो रहे है।
1. जो पुराने कपड़े किसी काम के नही थे। उनका सदुपयोग करके थैले बनाये गए।
2. इस सेवा में 5 महिलाओं को रोजगार भी मिला।
3. लोगों को भी निःशुल्क थैले मिलेंगे और उन्हें थैले उपयोग करने की आदत पड़ेगी।
4. सबसे महत्वपूर्ण जो पॉलीथिन पर्यावरण और हमारी गऊमाता को नुकसान पंहुचा रही थी उससे छुटकारा मिलेगा।
इस सेवा में उपस्थित, सहयोगी एवं सदस्य दिलीप बजाज, नागेश राव, सुनील नारवानी, बंटी जुमनानी, विशेष रुप से कन्हैया अग्रवाल, प्रेम बिरनानी, अमित डिंगवानी, मास्टर प्रियांश डिंगवानी सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।