रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी के बाद कल दोपहर बाद से ही राजनितिक गलियारों में काफी खलबली मच गई थी। अब इस मामले पर सीएम भूपेश बघेल ने भी कहा है कि यह एक राजनितिक षड्यंत्र है, इसके खिलाफ पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे। सीएम भूपेश ने कल ट्वीट कर लिखा- जैसा कि मैं कहता रहा हूं, ईडी द्वारा मेरी उप सचिव सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी एक राजनीतिक कार्रवाई है। हम इसके खिलाफ पूरी ताकत से लड़ेंगे।
जैसा कि मैं कहता रहा हूं, ईडी द्वारा मेरी उप सचिव सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी एक राजनीतिक कार्रवाई है।
हम इसके ख़िलाफ़ पूरी ताक़त से लड़ेंगे।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 2, 2022
कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने भी इसे साजिश बताया और इसके खिलाफ लड़ने की बात कही। पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने भी ट्वीट कर लिखा- सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी विशुद्ध राजनीतिक आधार पर की गई है। यह लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई हमारी सरकार को अस्थिर करने की साजिश है।
उन्होंने आगे लिखा- उनके दो मासूम बच्चों एवं उनके परिवार के साथ जघन्य अपराध करने वाले ईडी के अधिकारियों, राज्य के आला भाजपा नेताओं एवं दिल्ली में बैठे उनके राजनीतिक आकाओं को इसका दंड अवश्य भुगतना पड़ेगा। राज्य के सम्मानित व्यापारियों एवं किसानों को बल के प्रयोग द्वारा अथवा जेल में सड़ाने की धमकी देकर हमारी राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश के तहत झूठा प्रकरण बनाया गया है। राजनीतिक आधार पर की गई इस कार्रवाई का हर स्तर पर पुरजोर विरोध किया जाएगा।
श्रीमती सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी विशुद्ध राजनीतिक आधार पर की गई है।
यह लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई हमारी सरकार को अस्थिर करने की साजिश है। 1/3
— MOHAN MARKAM (@MohanMarkamPCC) December 2, 2022
बता दें शुक्रवार को सीएम भूपेश बघेल की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार करने के बाद ईडी की टीम मेडिकल चेकअप के लिए मेकाहारा अस्पताल लेकर गई थी। इससे पहले ईडी ने आईएएस समीर विश्नोई, सूर्यकांत तिवारी, सूर्यकांत के चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और कोल कारोबारी सुनील अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। इसके बाद से ही सौम्या चौरसिया सहित कई अफसरों से ईडी की टीम पूछताछ कर रही थी। शुक्रवार को सुबह से ही ईडी द्वारा गिरफ्तारी की सूचनाएं आ रही थी।