रायपुर। गुढ़ियारी के चूनाभट्ठी में पुलिस ने नकली नोटों के गैंग के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया है। युवकों से 2000 और 500 के 93-93 और सौ के 184 नोट जब्त किया गया है। नोट की क्वालिटी अच्छी नहीं है लेकिन पकड़े गए दोनों बदमाशों में एक युवक 2017 में नकली नोट छापने वाले गैंग के साथ पकड़ा गया था। पुलिस ने आशंका जताई है कि यह गिरोह खुद ही नकली नोट बनाकर मार्केट में चलाता है। पुलिस दोनों युवक शिव मनहरे और पराग रात्रे से पूछताछ कर रही है। दोनों नकली नोट चलाने के लिए शहर में घूम रहे थे। कुछ नोटों को उन्होंने चला भी दिया है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घेरेबंदी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने तलाशी के दौरान उनके पास नकली नोट जब्त किया। उसके बाद गिरफ्तारी की गई। शुरुआती पूछताछ में शिव मनहरे का भांडा फूटा और यह पता चला कि वह पहले भी नकली नोट छापने वाले गैंग के साथ पकड़ाया था। पुलिस के अनुसार जैजैपुर के करौंवाडीह के एक होटल में शिव नकली नोट खपाने का प्रयास कर रहा था। दुकानदार ने नोट को पहचान लिया और पुलिस बुला ली।
शिव से पूछताछ के बाद ही सक्ती इलाके में छापेमारी कर अन्नू चौहान को दबोचा था। उसके पास से नकली नोट छापने के लिए उपयाेग किया जाने वाला कलर प्रिंटर, स्कैनर, इंक व जेके ब्रॉड पेपर मिले थे। उन्हीं पेपर और कलर स्कैनर मशीन से नकली नोट छापे जाते थे। पुलिस ने उनके छापेखाने से 12 लाख से ज्यादा के नकली नोट मिले थे। पुलिस अफसरों का मानना है कि इस गैंग में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहीं लोकल स्तर पर नोट छापे और उसे शिव के माध्यम से खपाने की कोशिश की जा रही थी।