रायपुर। (ASKCG) SMC Hospital एसएमसी हार्ट इंस्टिट्यूट एवं आई वी एफ रिसर्च सेंटर में एक 26 वर्षीय युवती बीते दो दिनों से पेट में तीव्र दर्द की शिकायत लेकर पहुंची। वह दो दिनों से खाना खाने एवं पानी पीने में भी असमर्थ थी। रात में भर्ती होने के बाद उसकी सोनोग्राफी रिपोर्ट देखने पर पता चला की उसके एक अंडाशय में 15 सेंटीमीटर का बड़ा गांठ (काम्प्लेक्स ओवेरियन ट्यूमर) है जो अपनी जगह पर 4 बार घूम चूका था, जिसके कारण अंडाशय में खून का दौरा बंद हो जाने से इस्चेमिक डैमेज एवं संक्रमण का खतरा रहता है, यह एक काम्प्लेक्स ट्यूमर था जिसमे कैंसर होने का भी रिस्क रहता है, परन्तु टॉरशन (ट्यूमर के घूम जाने) के कारण इसको तुरंत निकालना जरूरी था एवं कैंसर के रिस्क के कारण बिना फटे निकालना जरूरी था। ऐसे में डॉ. प्रज्ञा सूर्यवंशी, डॉ. तुषार मालेवार और दक्ष ओटी टीम के द्वारा 10 जुलाई को सफल ऑपरेशन कर मरीज के दूसरे अंडाशय को बचा दिया गया जिससे भविष्य में वह गर्भधारण करने में भी सक्षम होगी, अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ है, कई बार महिलाओं का ओवेरियन ट्यूमर या एंडोमेट्रिओसिस आदि के कारण सर्जरी करने से अंडाशय के डैमेज होने का जोखिम बना रहता है, एवं इससे उनका एग रिज़र्व बहुत कम हो जाता है और भविष्य में उनके खुद के अंडे से मां बनने की सम्भावना कम हो जाती है, उन्हें कम उम्र में ही डोनर एग लेने की जरुरत पड़ सकती है, ऐसे में जितना हो सके अंडाशय को बचाने से भविष्य में गर्भधारण करने में आसानी हो सके।