रायपुर। भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव समिति व जैन संवेदना ट्रस्ट की ओर से छत्तीसगढ़ में पहली बार कृत्रिम आंख लगाकर चेहरे सवांरने के लिए नेत्र परीक्षण व ऑपरेशन शिविर का आयोजन उदयाचल, राजनांदगांव के सहयोग से किया जा रहा है। समिति के अध्यक्ष महेंद्र कोचर व मुख्य सलाहकार विजय चोपड़ा ने बताया कि अनेक भाई-बहनों की एक आंख खराब व निष्क्रिय हो जाती है, जिससे उन्हें बिल्कुल दिखाई नहीं देता है। खराब आंख के कारण चेहरा भी कुरूप दिखाई देने लगता है। ऐसे लोग हीन भावना से ग्रसित हो जाते हैं। इन लोगों का नेत्र परीक्षण विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा किया जाएगा और चयनित लोगों की कृत्रिम आंख उदयाचल, राजनांदगांव में नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा लगाई जाएगी।
महेंद्र कोचर और विजय चोपड़ा ने आगे बताया कि भले ही इन कृत्रिम आंखों से दिखाई नहीं देगा लेकिन चेहरा सुंदर दिखाई देने लगेगा जिससे लाभार्थी में आत्मविश्वास पैदा होगा और हीन भावना दूर होगी, यही हमारा उद्देश्य है। कृत्रिम आंख लगवाने में लगभग 30 हजार रुपए का खर्च होता है, आर्थिक कठिनाई की वजह से लोग इलाज नहीं करा पाते है। सकल जैन समाज की ओर से छत्तीसगढ़ में पहली बार इस परेशानी की ओर ध्यान दिया गया है। नेत्र परीक्षण 17 दिसंबर को सुबह 11 बजे से सुराना भवन, राजीव गांधी चौक, छोटापारा में किया जाएगा। 17 से 22 दिसंबर तक ही निशुल्क दिव्यांग शिविर में हाथ-पैर कटे दिव्यांगों का परीक्षण अस्थिरोग विशेषज्ञ डॉ. त्रिभुवन जैन की ओर से किया जाएगा।
मंगलम लखनऊ से 8 लोगों की टीम द्वारा हाथ कटे लोगों के कृत्रिम हाथ सुराना भवन में अस्थायी वर्कशॉप में बनाएं जाएंगे। पैर कटे भाई बहनों को जयपुर पैर और गूंगे बहरे दिव्यांगों का परीक्षण कर श्रवण यंत्र प्रदान किए जाएंगे। महासचिव मनोज कोठारी व कोषाध्यक्ष गुलाब दस्सानी ने बताया कि दिव्यांगों के आवास व भोजन की व्यवस्था भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव समिति द्वारा की गई है।